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स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) पर निबंध
परिचय
स्वतंत्रता दिवस भारत के सबसे महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पर्वों में से एक है। 15 अगस्त, 1947 भारतीय इतिहास में सुनहरे अक्षरों के साथ अंकित है। इस दिन 200 साल के अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी और जिसके बाद भारत के लोगों ने एक स्वतंत्र देश में सांस ली। हर साल 15 अगस्त को मनाया जाने वाला यह दिन हमें हमारे स्वतंत्रता संग्राम के नायकों और उनकी कुर्बानियों की याद दिलाता है। यह दिन न केवल भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, बल्कि यह हमारे देश की सांस्कृतिक और राजनीतिक पहचान को भी मजबूत करता है। यह दिन देशवासियों में राष्ट्रवादी भावना पैदा करता है।
स्वतंत्रता संग्राम की कहानी
स्वतंत्रता दिवस का इतिहास लंबा और संघर्षपूर्ण है। 1857 की क्रांति से शुरू होकर, महात्मा गांधी के नेतृत्व में 1942 के ‘भारत छोड़ो आंदोलन‘ तक, अनेक नेताओं और आम नागरिकों ने अपनी जान की बाजी लगाई। भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल और कई अन्य महान व्यक्तियों ने अपने अदम्य साहस और दृढ़ निश्चय से इस स्वतंत्रता संग्राम को सफल बनाया।
महत्वपूर्ण स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान
- महात्मा गांधी – अहिंसा के सिद्धांत पर आधारित सत्याग्रह आंदोलन के जनक महात्मा गांधी ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को दिशा दी। उन्होंने स्वदेशी आंदोलन, असहयोग आंदोलन और सविनय अवज्ञा आंदोलन के माध्यम से अंग्रेजों का विरोध किया।
- सुभाष चंद्र बोस – नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने यह मानकर कि अंग्रेजों को बल से ही हराया जा सकता है, आजाद हिंद फौज का गठन किया। उन्होंने “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा” का नारा देकर देशवासियों में देशभक्ति का ज्वार जगाया।
- भगत सिंह – युवा क्रांतिकारी भगत सिंह ने अंग्रेजों के खिलाफ हिंसा का रास्ता अपनाया। उन्होंने शहीद होने से पहले भारत माता की जय का नारा लगाया, जो आज भी स्वतंत्रता का प्रतीक बन चुका है।
- झांसी की रानी लक्ष्मीबाई – वीरता की प्रतिमूर्ति रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों के खिलाफ अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ी। उनका “खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी” का वाक्य भारतीय इतिहास में अंकित है।
15 अगस्त का महत्व
15 अगस्त का दिन हमें उन सभी बलिदानों की याद दिलाता है जो हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देश की स्वतंत्रता के लिए दिए थे। यह दिन हमें हमारी सांस्कृतिक धरोहर, हमारी एकता और अखंडता की भावना को मजबूत करने का अवसर देता है। इस दिन देशभर में तिरंगा फहराया जाता है और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। दिल्ली में लालकिले पर प्रधानमंत्री द्वारा तिरंगा फहराने और देश को संबोधित करने की परंपरा है, जो स्वतंत्रता दिवस के प्रमुख आकर्षणों में से एक है।
प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। 15 अगस्त 1947 के दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने, दिल्ली में लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर, भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया था।
स्वतंत्रता दिवस की तैयारियाँ और उत्सव
स्वतंत्रता दिवस की तैयारियाँ हफ्तों पहले से शुरू हो जाती हैं। स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय और विभिन्न संस्थान इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं। जगह-जगह झंडा रोहण समारोह, परेड, सांस्कृतिक कार्यक्रम, देशभक्ति के गीत और नृत्य आयोजित किए जाते हैं। इस दिन सभी नागरिक अपने-अपने घरों और कार्यालयों में तिरंगा फहराते हैंऔर देशभक्ति के गीत गाते हैं।
स्वतंत्रता दिवस का संदेश
स्वतंत्रता दिवस ना केवल एक त्योहार है, बल्कि यह हमें हमारी जिम्मेदारियों की भी याद दिलाता है। आज़ादी के बाद देश ने प्रगति के अनेक मुकाम हासिल किए हैं, लेकिन अब भी हमें कई चुनौतियों का सामना करना है। गरीबी, अशिक्षा, भ्रष्टाचार, सामाजिक असमानता जैसी समस्याओं का समाधान हम सबको मिलकर करना होगा। स्वतंत्रता दिवस का असली अर्थ तभी है जब हर भारतीय अपने कर्तव्यों को पूरी ईमानदारी से निभाए और देश को प्रगति की राह पर आगे बढ़ाए।
देश-प्रेम और एकता की भावना
स्वतंत्रता दिवस हमें देश-प्रेम और एकता की भावना को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हम सभी भारतीय हैं और हमें अपनी सांस्कृतिक विविधता के बावजूद एकता बनाए रखनी है। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें एक स्वतंत्र और समृद्ध राष्ट्र का सपना दिया था। हमें उनके सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
निष्कर्ष
स्वतंत्रता दिवस हमारे देश के गौरव, हमारी स्वतंत्रता और हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का प्रतीक है। यह दिन हमें हमारी जिम्मेदारियों की याद दिलाता है और हमें एकजुट होकर देश की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रेरित करता है। हर भारतीय के लिए यह दिन गर्व और सम्मान का दिन है, और हमें अपने देश की स्वतंत्रता की रक्षा और उसकी समृद्धि के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।
जयहिन्द!
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